इस Article में हम विद्युत् चुम्बकीय बल क्या है ?, विद्युत् चुम्बकीय बल की परिभाषा ?, विद्युत् चुम्बकीय बल के उदाहरण, विद्युत् चुम्बकीय बल के गुण आदि के बारे में जानेगे।
विद्युत् चुम्बकीय बल क्या है ?
विद्युत् चुम्बकीय बल एक ऐसा बल है जो की आवेशित कणो के बीच लगता है। जब ये बल वस्तु पर लगाया है। तो इसमें दो पोल (आकर्षण और प्रतिकर्षण) होते है।
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विद्युत् चुम्बकीय बल की परिभाषा
” किसी एक चुम्बक के द्वारा अन्य दुसरे चुम्बक पर लगाया गया आकर्षण या प्रतिकर्षण बल चुम्बकीय बल कहलाता है। ”
विद्युत् चुम्बकीय बल के गुण
- विद्युत् चुम्बकीय बल सभी आवेशित कणो के बीच कार्य कार्य करता है चाहे वो गतिमान हो या न हो।
- विद्युत् चुम्बकीय बल एक मौलिक बल है।
- विद्युत् चुम्बकीय बल गुरुत्वाकर्षण बल की तरह काफी लम्बी दूरियों तक कार्यरत रहता है।
- विद्युत् चुम्बकीय बल को मध्यवर्ती माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है।
- गुरुत्वबल की तुलना में या बल अधिक प्रबल होता है।